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Usse vo pehli dafa nazren takrana

उससे वो पहली दफा नज़रे टकराना,
उसे देख युं मेरा शर्माना,

मैं उसके ख्यालों में कहीं खोने लगी थी,
उसकी ख्वाइशों में मैं अब जीने लगी थी,

मेरा उसे युं मुड़ मुड़ के देखना,
उसकी हर बात पर मेरा मुस्कुराना,

कॉफी डिनर नहीं, उससे चाय के लिए पूछने लगी थी,
पूछा उसने इरादा हमारा, दिल की धड़कन बढ़ने लगी थी,

बताया जब हमने हाल - ए - दिल हमारा,
उन्होंने काफी वक़्त तक था हमें तड़पाया,

उसके इंतज़ार में आँखे नम होने लगी थी,
सुन जवाब उनका मैं खुद पे ग़ुरूर करने लगी थी..!

Heena dangi By : Heena dangi

Ishq Shayari Views - 388 10th Jan 2022
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Khvaahishen bachpan cheen leti hain

हज़रों ख्वाहिश थी दिल में जब में छोटा बच्चा था,
तंदुरुस्ती थी हर जिस्म में सब कुछ बेहद अच्छा था,
 
स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद सोचा  गांव से बाहर
जाकर अपने मां बाप की ख्वाहिशों को पूरा करूंगा,
तो चल पड़ा में अपना बोरिया बिस्तर बांध कर एक
अंजान से शहर में जहां दूर दूर तक कोई अपना न था,
मां बाप की याद बेहद सताने लगी,
ठंडी रातों में खून के आंसू रुलाने लगी,
 
फिर वक्त गुज़रा, अंजान शहर में दिल लगा ही था कि
मां का फोन आया और बोली, तुम्हारे बाबा की तबियत
ठीक नही है, आखरी सांसे चल रही हैं,
 
मेरे पैरो तले जैसे ज़मीन खिसक गई हो,
फिर आंखो में आंसू लिए और दिल में अपनी
सारी ख्वाहिशों को दबा कर चला आया अपने बाप को
आखरी विदाई देने,
ख्वाहिशें हमसे हमारा बचपन, जवानी, और हमारे जीने का सहारा छीन लेती है..!

Hayat Ansari By : Hayat Ansari

Nazm Shayari Views - 398 10th Jan 2022
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Khvaahisho ko dil me dafnaya hai

एक अजीब सा सन्नाटा छाया है
ख़ुद की परछाई ने हमें डराया,

एक अजीब सा सन्नाटा छाया है,
यहां अपना भी हुआ पराया है,

एक अजीब सा सन्नाटा छाया है,
खो गई खुशियां बस गम हाथ आया है,

एक अजीब सा सन्नाटा छाया है,
इस दिल को वीराना पाया है,

एक अजीब सा सन्नाटा छाया है,
जबसे ख्वाहिशों को दिल में दफनाया है..!

Ammara Khan By : Ammara Khan

Dard Shayari Views - 289 10th Jan 2022
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Khvaahish karta hai

सुबह शाम दिल बस यही ख्वाहिश करता है,
किसी भी तरह खुद को पाने की साज़िश करता है,

कोई ऐसा दिल ले आओ, जो कभी टूटा ना हो,
अजीब शख़्स, अजीब फरमाइश करता है,

वो मेरे पास होकर भी किसी और का होता है,
कुछ इस तरह से वो मेरी आजमाइश करता है,

लोग उसे कहते हैं,कितना खुश रहता है ये शख़्स,
और वो गम छुपा कर, खुशियों की नुमाइश करता है..!

Rushda Sadaf By : Rushda Sadaf

Mohabbat Shayari Views - 259 9th Jan 2022
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Mukammal kahani ke liye

बेताब हूं बहुत तेरी तस्वीर पुरानी के लिए,
तुझे देखना ज़रूरी है मुंह ज़ुबानी के लिए,
 
किसी का पीछा करना और देर तक जागना,
देखो अच्छा नहीं है ये तुम्हारी जवानी के लिए,
 
ज़ख्म, दर्द, घुटन, आंसू, और टूटा हुआ दिल,
हर एक शय ज़रूरी है ज़िंदगानी के लिए,
 
अगर ला हासिल है कुछ, होने दो, ग़म कैसा,
क्या सोग मनाना इस दुनिया-ए-फानी के लिए,
 
ये हक़ीक़त सामने है की तड़पते हैं दोनो,
पानी प्यासे के लिए और प्यासा पानी के लिए,
 
जब से बिछड़ा है "जामी" सब अधूरा सा है,
तेरा होना लाज़िम है मुकम्मल कहानी के लिए..!

Jami Ansari By : Jami Ansari

Zindagi Shayari Views - 433 6th Jan 2022
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