मेरी मुश्किलों का कोई हल नहीं,
वो मुझे मिल जाए मैं इतना सफल नहीं,
चल पड़े इश्क़ की राह में जो सफल नहीं.
मैं हो था वहीं हूं मुझ में कोई बदल नहीं,
मैंने देखा है तेरी आंखो में मोहब्बत की कोई पहल नहीं,
बिन तेरे मुझमें अब कोई चहल नहीं,
तू चाहे या ना चाहे मुझे कोई खलल नहीं,
हर कोई मुझे समझे मैं इतना भी सहल नहीं..!