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Pyar dikhta hai

तेरी आँखों में मेरे लिए वो प्यार दिखता है,
तुम भी मेरे ही तरह बेहाल दिखता है...

Diksha bhatnagar By : Diksha bhatnagar

Romantic Shayari Views - 305 1st Jan 2022
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Ek aur saal rukhsat kar diya

आंखों में तेरा समाया हुआ रंग ओ जमाल रुख़्सत कर दिया,
मैंने अपनी ज़िन्दगी का एक और साल रुख़्सत कर दिया,
 
रुख़्सत कर दिया उस हर एक चीज़ को जिसके सामने आ जाने से मुझे तेरी याद आती थी,
में रोता था तन्हा किसी कमरे के कोने में बैठ कर और खामोशी मुस्कुराती थी,
मैं जब भी मेज़ पर बैठता था, काग़ज़, कलम और कुछ रंग लेकर,
ज़ेहन में बस तेरी तस्वीर आती थी और बना देता था,
 
लेकिन अब अपने हाथों से मैंने ये कमाल रुख़्सत कर दिया,
मैंने अपनी ज़िन्दगी का एक और साल रुख़्सत कर दिया,
 
बेवक्त आकर मेरे दिल के फले फूले दरख़्त को पतझड़ में तब्दील कर देता था,
कभी आता था तो आकर अकेला जाता था तो कभी मेरी खुशी, 
मेरी हंसी, मेरे ठहाके मेरा खिलखिलाना मुझसे छीन कर ले जाता था,
ये तेरा ख़्याल ही तो था जो ऐसा करता था मेरी आंखो को नम करता था,
 
लेकिन अब दिल और दिमाग़ से तेरा ख़्याल रुख़्सत कर दिया,
मैंने अपनी ज़िन्दगी का एक और साल रुख़्सत कर दिया,
 
वो चाय आज भी याद है जो हम मिल कर पिया करते थे,
वो तुम्हारा चुस्कियां लगाना, सुर सुर कर के सारी चाय पी जाना 
और फिर हंसकर दूर भाग जाना मेरे हाथ न आना,
 
मैं अक्सर सवाल पूछा करता था उसकी तबियत के बारे में,
कि मुझ से बिछड़ कर अब तुम्हारे दिल को राहत तो है न?
गुज़रे वक्त के जैसी मेरी चाहत तो है न? 
तुम्हारे दिल पे अब भी मेरी हुक़ूमत तो है न?
मेरे हंसी से, आवाज़ से मोहब्बत तो है न?
 
लेकिन अब आंख से जुबान से ये सवाल रुख़्सत कर दिया,
मैंने अपनी ज़िन्दगी का एक और साल रुख़्सत कर दिया...

 

Jami Ansari By : Jami Ansari

Nazm Shayari Views - 421 31st Dec 2021
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Ittefaq pe

सोचा था लिख दूं तुम्हें इत्तेफाक पे,
तुमसा हसीन लफ्ज़ ना मिला लिखने को...

Diksha bhatnagar By : Diksha bhatnagar

Hindi Poetry Views - 300 30th Dec 2021
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Har insaan ki ek kahani

हर इंसान की एक कहानी होती है,
जिसकी कलम ,किस्मत के हाथ होती है,
कुछ बताते हैं, कुछ छुपाते हैं,
और कुछ खुद लिख लेते हैं,
कुछ लिखते हैं कागज़ो पर,
और कोई किसी की ज़िन्दगी में,
कुछ लोगों की पूरी तो कुछ की अधूरी रह जाती है,

कुछ लोगों की कहानी के हम किरदार,
और कोई हमारी कहानी का किरदार,

कुछ किरदार , जिन्हें पढ़ने में मज़ा आता है,
कुछ किरदार , जिन्हें हम पढ़ना ही नहीं चाहते,
कहानी के होने से नहीं, अंजाम से डर लगता है,
वक़्त से पहले कहानी के खत्म होने से डर लगता है,
कहानी ख़तम हो भी जाए तो लोगों के दिलों में रह जाती है,

फिर किसी की ज़ुबानी किसी को सुनाई जाती है,
किसी की कहानी का होता है हसीं आगाज़,
किसी की कहानी का होता है हसीं अंजाम,
आगाज़ से अंजाम तक का सफ़र ही कहानी है,
किसी से छुपानी है तो किसी को बतानी है..!

Rushda Sadaf By : Rushda Sadaf

Nazm Shayari Views - 256 28th Dec 2021
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OTT Webseries

खोने को कुछ रहा नहीं, पाने की उम्मीद भी कम है,
ओटीटी जब से हैं आईं, रात को अब नींद भी कम है..!

Dr. Adil Husain By : Dr. Adil Husain

Zindagi Shayari Views - 340 28th Dec 2021
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