हो जाऊंगा रुखसत इस ज़माने से,
नहीं आऊंगा फिर किसी के बुलाने से,
फिर आओगी मेरे पास मेरी मौत के बहाने से,
मुझे फर्क नहीं पड़ेगा तेरे आने से,
रोओगी तुम मेरा ज़नाजा उठाने से,
मुझे फर्क नहीं पड़ेगा तेरे आंसू बहाने से,
जब पहुंच जाऊंगा मैं अपने ठेकाने में,
तुम्हे अफ़सोस होगा मेरे यूं चले जाने में..!