Jaise Khushboo phoolon se rukhsat Hoti hai

बस उन्हीं के लिए हमारे पास फ़ुरसत होती है,
जिनकी हमारे दिलों में हुकूमत होती है,

जो रखते नहीं पास दूसरों की इज़्ज़त का,
फिर उनके  मुकद्दर सिर्फ  ज़िल्लत होती है,

शुक्र है, उसे ये बात समझ आ तो गई,
किसी के दिल में रहना ही असल शोहरत होती है,

लोग अक्सर भूल जाते हैं उन्हें,
जिनके मुकद्दर गुरबत होती है,

वो मेरे काम सबसे पहले कर देता है,
मेरी मुस्कुराहट ही उसके लिए रिश्वत होती है,

कभी जो रखता था मेरी हर खुशी का ख़्याल,
अब तो हाल पूछने में भी उसको ज़हमत होती है,

वो गया है मेरी ज़िन्दगी से तो ऐसे गया है,
जैसे ख़ुशबू , फूलों से रुखसत होती है,

By : Rushda Sadaf

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Zindagi Shayari Views - 297 3rd Jan 2022

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