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मैं एहसास हूँ तो वो जज़्बात है,
मैं इश्क़ हूँ तो वो परवाज़ है,
मैं ख्वाब हूँ तो वो ख्याल है,
मैं सवाल हूँ तो वो जवाब है,
मैं सुबह हूँ तो वो शाम है,
मैं दर्द हूँ तो वो आराम है,
मैं चांदनी तो वो मेरा चाँद है,
मैं ज़िन्दगी तो वो मेरी साँस है,
मैं तब हूं जब वो मेरे साथ है..!
हर मोहब्बत की किस्मत में,
आशियानें नहीं होते,
हर आश़िके के मुकम्मल,
फ़साने नहीं होते,
हर कोई मोहब्बत मे दिवानें नही होते,
दीवानों के दिल कभी विराने नहीं होते,
हर मोहब्बत के दुश्मन ज़माने नहीं होते,
कुरबा-ने-मोहब्बत के झूठे तराने नहीं होते,
हर मोहब्बत की किस्मत में,
आशियाने नहीं होते..!
एक उम्र लगी ख़ुद को ये समझाने में,
के कोई नहीं होता अपना इस ज़माने में,
एक उम्र लगी ख़ुद को मनाने में,
के जो ना हो किस्मत में उसे जाने दें,
एक उम्र लगी ख़ुद को बेहलाने में
के जब उन्हें मोहब्बत ही नहीं तो क्या मतलब आज़माने में,
एक उम्र लगी ख़ुद को ये जताने में,
के जो लकीरों में नहीं, अच्छा है उसे भुलाने में,
एक उम्र लगी ख़ुद को ये कह कर हँसाने में,
ये ज़िन्दगी है अम्मारा इसे अब यूँ ही गुज़र जाने दे..!
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