ठहर कर तुम्हारे साए में वक्त गुज़ारा है,
मुसलसल तुम्हारी राय में वक्त गुज़ारा है,
यूं ही हम एक होने की कगार पर नही पहुंचे,
हमने महीनों हैलो हाय में वक्त गुज़ारा है,
जो पहले देखता था फोटो अब भी देखता हूं,
बस इन्ही दिखे दिखाए में वक्त गुज़ारा है,
अपनी जान पहचान का राज़ बताऊं तुम्हे,
तुम्हारे हाथों की चाय में वक्त गुज़ारा है,
तुम कोई पेड़ नहीं, मगर फिर भी "जामी"
हमने तुम्हारी छाए में वक्त गुज़ारा है..!