ऐ वक़्त कभी ठहरकर,
मुझे देख भी लिया कर,
तेरे इन्तज़ार में सब है,
कभी ख़बर भी लिया कर
तुझे कैसे हम बताए?
जो हैं तूने ज़ुल्म ढाए
अपने हुए पराए
अब तुझसे क्या छुपाए
थोड़ा आहिस्ता गुज़र अब
जो बिछड़े हैं, लौट आएँ,
ऐ वक़्त कभी ठहर कर
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ऐ वक़्त कभी ठहरकर,
मुझे देख भी लिया कर,
तेरे इन्तज़ार में सब है,
कभी ख़बर भी लिया कर
तुझे कैसे हम बताए?
जो हैं तूने ज़ुल्म ढाए
अपने हुए पराए
अब तुझसे क्या छुपाए
थोड़ा आहिस्ता गुज़र अब
जो बिछड़े हैं, लौट आएँ,
ऐ वक़्त कभी ठहर कर
Mere dil ka sukoo, Ankho ka qarar ho tum,
Mera ishq, meri muhabbat, mera pyar ho tum,
Tere bagair ye vazood, ab adhura sa hai,
Meri shakhsiyat ka, Faqat adhar ho tum.
Kitna mushqil hai, tumhare bagair rah pana,
Meri tanhai me, lafzo ka Aabshar ho tum,
Har rishta bhoola hu, tere siwa kuch yad nahi,
Is sahra ke phool ki, Fizaa aur bahar ho tum,
Tum la mayassar hokar bhi, itne zaroori ho,
Mere bezan jism me, rooh ki bayaar ho tum,
Kin lafzo me kahu, mere hamsafar mere ham nafas ban jao,
Zindagi me har dawa se jyada, asardar ho tum..
"तेरे बग़ैर जीना मुमकिन नहीं रहा,
ये झूठ बोले हुए, जमाने गुज़र गये"
मुझे शौक है लबों को बन्द रखने का,
खुश रहना हर हाल में, ख्वाहिशे चन्द रखने का।
कोई क्या कहेगा, ये सोचना भी क्यूं,
दिल को धड़कने दो, दिमाग मंद रखने का।
तेरी मर्जी तू आए या ना आए,
सिलसिला जारी रहेगा कदम दर कदम चलने का।
तेरा हुनर तुझे मुबारक, हमें मुफलिसी से प्यार है,
लोग बताये शोहरत अपनी, अपने दरवाज़ा बंद रखने का।
ज़िन्दगी से शिकवा तो है, इंसान हूँ फरिश्ता नहीं,
जिसे करना है माफ करे, अपने दिल तंग रखने का..!
"हो दिल का धड़कना या फिर पलकों का झपकना,
ये हैं ख़ुदमुख्तार, इनपे नहीं किसी का भी जोर है "
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