यह वही मगंलवार था जब मेरी मोहब्बत का इकरार था,
पता नहीं किस किताब में लिखा था उसके पास मेरे साथ गुजारे हर एक लम्हे का हिसाब था,
उसने गले लगाकर कहा था कि छोड़कर नहीं जाऊंगी कभी,
पर यारो आज एक सप्ताह हो गया वो ना आई लौटकर अभी...!
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