Meri Jaan le gya, uska mujhe,
"Meri Jaan" kahna...!!
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Meri Jaan le gya, uska mujhe,
"Meri Jaan" kahna...!!
आज मेरे पास कहने को शब्द नहीं हैं।
हृदय व्यथित है लेकिन निस्तब्ध नहीं है॥
अंतरंग में मेघ हैं किंतु नाद नहीं है।
करुणा की गंगा है परंतु गाद नहीं है॥
कदम चलना तो चाहते हैं पर बाट नहीं है।
कहने को सबकुछ है बस ठाठबाट नहीं हैं॥
जीने को जीवन तो है जिंदगी नहीं है।
प्रेम अथाह है किंतु बंदगी नहीं है॥
Guzaar denge zindagi tere naam,
Nahi karenge tujhe or badnam..!
तुमसे बिछड़ के अब, किसी और से ना टकराऊँगा।
जग में रहकर भी, किसी का हो न पाऊँगा॥
सृष्टि के प्रपंच से, अब भ्रमित न हो पाऊँगा।
संसार से रिश्ता तोड़, चूर भले हो जाऊँगा॥
माया से मुँह मोड़कर, अचिर को अपनाऊँगा।
अचेतन दशा में रहकर, खुद को इतना बिखराऊँगा॥
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