रातों में जब मैं आसमान की तरफ देखता हु,
तो ये मेरी उलझनें बढा़ती है,
लगता है तुम भी आसमान में ही देख रही हो,
उस चाँद में तुम्हरी झलक नज़र आती है..!
Tumhari jhalak
By : Shivam Agrahari
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Dard Shayari
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20th Apr 2020