तुम्हारे पीछे रहता था बच्चो सा मै,
मुझे ही खिलौना समझकर तोड़ दिया,
तुम्हे दुनिया की हर ख़ुशी देनी चाही,
मेरे ताल्लुकात तुमने गमों से जोड़ दिया,
सड़क पार करवा कर भी तुम्हारा हाथ थांमे रखा,
तुमने ज़िन्दगी गुजारने के लिए तन्हा छोड़ दिया,
हर एक बेजान से तुम मोहब्बत करने वाले,
ये दिल था मेरा, तुमने शीशा समझ के तोड़ दिया,
प्यार की राहों में हम दोनों साथ चले थे,
मंजिल के पास पहुँचकर तुमने रास्ता मोड़ लिया,
जिसे देखने को तुम्हारी आँखे तरसती थी कभी,
आज उसे देखकर तुमने पर्दा ओढ़ लिया,
मोहब्बत में कभी हम भी पागल हुआ करते थे,
अब शिवम् ने तुमपे मरना छोड़ दिया,
बहोत रातें गयी, बहोत दिन गुज़ारे गये,
अब तुम्हारे लिए खुदसे लड़ना छोड़ दिया..!