चाहे दीवार या रेत पर बना देना,
दिल मेरा तेरे बराबर बना देना,
आने वाले कुछ मौसम सर्दी के हैं,
तुम मेरे वास्ते स्वेटर बना देना,
जब मेरी तस्वीर न बना सको तो तुम,
उछलता कूदता बंदर बना देना,
तुम ढूंढती रहो त्योहारें मुझमें,
मुझे घर का कैलेंडर बना देना,
मुझसे अक्सर कम चाय बनती है,
तुम दो-तीन कप भरकर बना देना,
चिट्ठियां मुझ तक आती रहें "जामी",
किसी को तुम कबूतर बना देना..!