मुस्कुरा कर अब ये जता दूं क्या,
तुम मेरे हो सबको बता दूं क्या,
मेरे अपनों से भी तुम्हें मिला दूं क्या,
या इस दिल में ही कहीं छुपा लूं क्या,
मेरी तन्हाई को तेरी यादों से सजा दूं क्या,
बिन तेरे मैं कुछ भी नहीं ये बता दूं क्या,
जो तू ना हो हासिल तो खुद को मिटा दूं क्या,
बिन तेरे जीने की अब भी कोई वजह दूं क्या..!