किसी को पनाह नहीं देता पहलू में अपने,
आसमान लगता है ऊंचा, पर है नहीं...
Panaah
By : Ruhi Singh
Hindi Poetry
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22nd Mar 2020
किसी को पनाह नहीं देता पहलू में अपने,
आसमान लगता है ऊंचा, पर है नहीं...
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