मेरे अन्दर धीरे-धीरे समां रहा है कोई,
मेरे दिल मे जगह बना रहा है कोई,
आँखे मेरी और उन मे नज़र आ रहा है,
मेरे इन लबों मे हंसी ला रहा है कोई,
मेरी तन्हाई को सज़ा रहा है कोई,
मेरे ख्वाबों को हसी बना रहा है कोई,
मेरे अक्स मे मुझे दिखा जा रहा है कोई,
शायद मेरी किस्मत में लिखा जा रहा है कोई..!