वो क्यों मेरी महोब्बत का ऐसे मजाक बनाता है?
नहीं करता मुझसे प्यार कहता है ये बात हर बार,
वो क्यों मेरी एक तरफ़ा महोब्बत पे रोक लगाता हैं?
नहीं बना सकता मुझे वो अपना,
देखने भी नहीं देता मुझे उसका सपना,
वो क्यों इतना मुझे तड़पाता है?
किसी और का हो चूका है,
ऐसी बात से मुझे कई बार मार चूका है,
वो क्यों मेरी महोब्बत का ऐसे मजाक बनाता है.?
वो क्यों मेरी एक तरफ़ा महोब्बत पे रोक लगाता है.?
वो क्यों इतना मुझे तड़पाता हैं.?