हर शाम वो मुझे याद आता है,
मेरा ना हो कर भी जाने क्यु मेरे दिल को लुभा जाता है,
देखूँ ना उसे जिस दिन मेरा मन उदास हो जाता है,
रहता है आस पास मेरे तो सुकून मिला जाता है,
उसकी ख़ुशी मे ख़ुश हो जाती हूँ,
उसके ग़म में रोना मुझे आता है,
क्या प्यार ऐसे ही होता है?
