एक अजीब सा सन्नाटा छाया है
ख़ुद की परछाई ने हमें डराया,
एक अजीब सा सन्नाटा छाया है,
यहां अपना भी हुआ पराया है,
एक अजीब सा सन्नाटा छाया है,
खो गई खुशियां बस गम हाथ आया है,
एक अजीब सा सन्नाटा छाया है,
इस दिल को वीराना पाया है,
एक अजीब सा सन्नाटा छाया है,
जबसे ख्वाहिशों को दिल में दफनाया है..!