जो बात दिल में हैं, वो ज़ुबां पर लाऊं कैसे?
मैं उससे मुहब्बत का इज़हार कर पाऊं कैसे??
सिर्फ उसकी यादों के सहारे ज़िन्दगी बिताऊं कैसे..?
नहीं हो सकती वो कभी मेरी, बात दिल को समझाऊं कैसे?
पहली मुहब्बत है वो मेरी ,
उसे भुला पाऊं कैसे?
इन आंखों में तस्वीर रखकर, उसकी याद में आंसू बहाऊं कैसे?
उसके दीदार के बिना "रुशदा" , मैं चैन से मर जाऊं कैसे..?