कभी मिल जाओ ना हमको ,बहुत सी बात करनी है,
मेरी चाहत की तुमसे एक दरखास्त करनी है,
सुनो तुम दूर हो और बहुत अनजान हो हमसे,
कभी मोहलत तो दो हमको ज़रा-सी पहचान करनी है,
मेरे जज़्बात मेरे एहसास की तुम से एक फरियाद करनी,
अगर दे दो हमे मौका तो एक गलती सरे-आम करनी है!
तुम्हे मिलकर जताना है, तुम्हे ही प्यार करते है तुम्हे ही याद करते हैं,
कभी मिल जाओ ना हमको, बस यही सवाल करते है..!
