ज़िन्दग़ी की ख़ुशी के लिए मैंने,
मौत को भी तो गले लगाया था,
आओ बैठ कर हिसाब कर लो,
मुझे पाके तुमने क्या गवाँया था।
Hisaab
By : Dr. Adil Husain
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Bewafa Shayari
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23rd Nov 2020