मेरी चाय में मिलावट की भरपाई करनी पड़ेगी,
लगता है कि तुम्हारे साथ हाथापाई करनी पड़ेगी,
तुम पी गए सारी की सारी चाय मलाई छोड़ दी,
तुम पी गए सारी की सारी चाय मलाई छोड़ दी,
अब बेचारे कप की अच्छे से सफाई करनी पड़ेगी,
तुम खौलती हुई चाय ले तो आई हो मेरे लिए मगर,
तुम खौलती हुई चाय ले तो आई हो मेरे लिए मगर,
पीने से पहले फूंक कर थोड़ी ठंडाई करनी पड़ेगी,
जो तेरी यादों से मेरे दिल का ये मकां चरमरा रहा है,
जो तेरी यादों से मेरे दिल का ये मकां चरमरा रहा है,
लगता है जैसे इस मकां की मुझे चुनवाई करनी पड़ेगी,
ज़िंदगी की उलझनों ने जो उधेड़ रखे हैं मेरे तेरे,
ज़िंदगी की उलझनों ने जो उधेड़ रखे हैं मेरे तेरे,
उन तमाम रिश्तों की अब हमें तुरपाई करनी पड़ेगी,
उसको आदत है झगड़कर लगने की सीने से मेरे,
उसको आदत है झगड़कर लगने की सीने से मेरे,
बे वजह उससे अब फिर से लड़ाई करनी पड़ेगी,
उसको तोहफे की आस "जामी" तेरी जानिब से लगी हुई है,
उसको तोहफे की आस "जामी" तेरी जानिब से लगी हुई है,
लगता है फिर से अहलिया की मुंह दिखाई करनी पड़ेगी..!