बिछड़े ही न होते तो कमाल होता,
तू मेरा होता तो और "जमाल" होता,
कितना भी छुपा लेते धोखे को अपने,
बेवफाई की थी, तो बेशक सवाल होता,
हर वक़्त तेरी ही खुशी की दुआएं मांगी,
अगर इंतक़ाम में होता, तो बवाल होता,
इश्क़ के नाम पे झूठी कसमें खाते हो,
गर तुम्हे भी इश्क़ होता, तो मलाल होता,
बिछड़ते वक़्त मैंने कहा था ख्याल रखना,
गर तुम्हे भी इश्क़ होता, तो ख़याल होता..!