चाहतो की बात करती हो,
अब कहा तुम राहतो की बात करती हो,
हमें तो ख़ुद का ही पता नहीं,
और तुम ज़माने की बात करती हो,
ज़िन्दगी भर का ग़म दे कर,
अब कहा तुम मुस्कुराने की बात करती हो,
वो भी एक बुरा वक्त था "अम्मारा" गुज़र गया,
अब तुम किसके जाने की बात करती हो..!