तन्हा रह लूंगा मगर, आशिक़ी नहीं करूंगा में,
अपने दिल के कोने में तीरगी नहीं करूंगा में,
वो बिछड़ गया है तो क्या अब भी यार है मेरा,
वो बिछड़ गया है तो क्या अब भी यार है मेरा,
उसकी यादों में जियुंगा, खुदकुशी नहीं करूंगा में,
मेरा वो दोस्त जो दोस्त रह कर भी दोस्त नहीं,
मेरा वो दोस्त जो दोस्त रह कर भी दोस्त नहीं,
अब उससे दोबारा कभी दोस्ती नहीं करूंगा में,
मेरे हिस्से में तू जो आई है ख़ुदा की तरफ से,
मेरे हिस्से में तू जो आई है ख़ुदा की तरफ से,
कैसे कह दूं तुझसे कभी शादी नहीं करूंगा में,
बड़े से बड़े दाम में भी तू मुझे खरीद ना सके,
बड़े से बड़े दाम में भी तू मुझे खरीद ना सके,
जान बुझ कर खुद को इतना कीमती नहीं करूंगा में,
तुझसे जुदाई का सफ़र तय करते हुए जो दूर पहुंचा,
तुझसे जुदाई का सफ़र तय करते हुए जो दूर पहुंचा,
"जामी" तेरी दुनिया में कभी वापसी नहीं करूंगा में..!