अहमियत कम हो जाती है पुराने ख़तों की,
जब किसी भी नये महबूब के ख़त आने लगे..!
Khat aane lage
By : Dr. Adil Husain
Mohabbat Shayari
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5th Mar 2021
अहमियत कम हो जाती है पुराने ख़तों की,
जब किसी भी नये महबूब के ख़त आने लगे..!
By : Dr. Adil Husain
Maine kaha kya Meri Khatir khud ko badloge..?
Usne Nazre badli aur phir Number Badla..
By : Rukhsar
रात के कर्ज़दर हम न थे मगर,
जाने क्यूँ हम करवटें बदलते रहे..!
By : Dr. Adil Husain
मैं था दिल के पास ही, धड़कन के दरमियां,
लेकिन उस जालिमा ने कभी ध्यान न दिया.!
By : Dr. Adil Husain
इलाज़ लेते हुए और जाँचें कराते हुए,
मरीज़ टूटने लगते हैं दवाएं खाते हुए!
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