हर रोज़ याद आती है मौत मुझको,
जीते जी जो कर दिया है फौत तुझको..!
Kar diya hai faut tujh ko
By : Ammara Khan
Hindi Poetry
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8th Nov 2020
हर रोज़ याद आती है मौत मुझको,
जीते जी जो कर दिया है फौत तुझको..!
तुमने कोशिश ही नहीं की वरना,
आराम से ढूँढ सकते थे मुझे उस शहर में जहाँ मैं अकेली रहती थी..!
ये जानते हुए भी कि मैं उसके लायक नहीं हूँ,
फिर भी न जाने क्यूँ मैंने उसी का इंतखाब किया!
किसी को पा लेना मुहब्बत नहीं,
किसी के दिल में जगह बना लेना मुहब्बत है..!
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