उम्र कट गई दूसरों को खुश करते करते,
इस बेदर्द दुनिया में कुछ और क्या पाते?
गुमनाम है वह जिसे ढूंडना तुम चाहते थे,
किसी रोज दुआ मांगते रहते थे,
जिसे देखकर तुम रास्ता बदलते थे..।
उम्र कट गई दूसरों को खुश करते करते,
इस बेदर्द दुनिया में कुछ और क्या पाते?
गुमनाम है वह जिसे ढूंडना तुम चाहते थे,
किसी रोज दुआ मांगते रहते थे,
जिसे देखकर तुम रास्ता बदलते थे..।
तुम अनजान ही अच्छे थे,
ना तुम आते, ना मुस्कुराते ना ये हाल होता हमारा,
कि अब अकेले में खुद से गिले-शिकवे होने लगे हैं,
तुम अनजान ही होते तो अच्छा होता,
कि लफ्जों से प्यार ना होता हमें,
तेरी मौजूदगी पर हमेशा एतबार ना होता,
हमें फिर तुमसे कभी प्यार ना होता हमें,
काश कि
तुम अनजान ही रहते हमसे,
तो हमें खुद से लगाव थोड़ा ज्यादा होता,
दूसरों से निभाने की वफा का न वादा होता,
ना खुद से यूं रूठा करते हम,
कि अच्छा होता तुम से अनजान ही होते हम...
Me kuch- kuch sham si hu,
Badi be-lgaam si hu,
sochti bahut alag hu sabse,
par dikhti behad aam si hu...
Dil bedag rakho Aur apno ka sath rakho,
Han, aayenge kuch log jo dekhenge,
Sirf chehra tumhara.
Lekin Yaad rakho.
Zindagi bedag chehro ke saath nahi,
Bedag dilo ke saath guzari jati hai...!
Chote mote hi sahi aaj kal aa jate hain,
tum to aati nahi pimple aa jate hain,
dil karta hai ki kood kar jaan de du apni,
jab tere gaal par gehre dimple aa jate hain...
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