फ़ैसला मुश्किल है तुझसे दूर रहने का,
फिर भी सोचता है न वापस आने का,
दिल को बहलाना आसान नहीं वैसे,
अगर रो दे तो तरीक़ा नहीं मिलता समझाने का..!
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फ़ैसला मुश्किल है तुझसे दूर रहने का,
फिर भी सोचता है न वापस आने का,
दिल को बहलाना आसान नहीं वैसे,
अगर रो दे तो तरीक़ा नहीं मिलता समझाने का..!
उसने गर पूछ लिया कैसे हो,
तो क्या जवाब दूंगा मै सोचता हूं,
की जैसा बिछड़ते वक्त था,
उससे भी बदतर हालत रखता हूं,
तुझे याद करता हूं,
और हर सांस के साथ करता हूं,
शायर तो नहीं हुआ हूं,
पर गजलें नज़्में बेहिसाब लिखता हूं,
पहले रखता था दिल भी,
अब तो मुस्कुराहट भी झूठी रखता हूं,
खैर खबर ना पूछ मेरी,
बस तू खुश रहे ये दुआ करता हूं,
पहले जैसा बस इतना है.
के तुझ पर आज भी मरता हूं..!
हर सुबह तुम्हारे ख्याल से उठता हूँ,
किसी सुबह तुम मिलो तुम्हारा ख्याल नहीं..!
उससे एक मुलाकात जबसे हुई,
प्यार की बरसात तबसे हुई,
भीगे इस कदर हम उसके साथ,
हर बारिश में भीगने की चाहत तबसे हुई..!
जिस रात तेरा ख़्वाब में आना होता है,
मुझे सुबह होने का अफसोस होता है..!
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